एक छोटा सा गांव मालगांव, नहीं थे शिक्षण संस्थान, नहीं थे सुख समृद्धि के साधन फिर भी आपकी धर्म के प्रति लगन से, संस्कारो से, सरल व्यव्हार, उच्च विचार, आपके गुरु के प्रति आस्था से हमारे जीवन में प्रकाश है । आपका आशीर्वाद हमारे शतसहस्रा जन्मो का वैभव है आपकी प्रेरणा हमारा जीवन का पथ है, आपके आशीर्वाद से आज भी हमारे में धर्म के फूल खिल रहे है । आपने बहुत किया एवं बहुत दिया आज जो भी है वो आपका है। आपने संजोये हुए धार्मिक स्वपन उपधान तप कराने का आज आपके आशीर्वाद से संपन्न होने जा रहा है, बस इतनी ही प्रार्थना है, आपका स्नेह और आशीर्वाद के रूप में आपकी उपस्थिति सदा बनी रहे ऐसी प्रार्थना के साथ आपको शत शत वंदन ।

जिनकी आँखो में भगवान है और जो भक्तो की आँखो में भगवान का दर्शन करते है।

सदा आनंदी, परम परमेश्वर की कृपा धारा में सदा बह रहे है।

ऐसे भक्तियोगचार्य  श्री यशोविजय सूरीश्वरजी महाराज के चरणों में कोटि कोटि वंदन।

जिनकी शास्त्र संनिहित द्रष्टि है और जो शास्त्र  संश्तेधन में तत्पर है ऐसे परम श्रुत पाठी आ.भ.श्री मुनिचंद्र सूरीश्वरजी म.सा. के चरणों में कोटि कोटि वंदन ।

सदा आगम लेखन में जो व्यस्त है जो शांत एवं सरल स्वभावी है ऐसे राजपुण्य सूरीश्वरजी म.सा.  के चरणों में कोटि कोटि वंदन ।

जो सतत शासन के कार्यो में व्यस्त है तात्विक प्रवचन धारा के उद्रगता  है बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी  पू.भाग्येशविजय सूरीश्वरजी महाराजा के चरणों में कोटि कोटि वंदन ।